देश के कई राज्यों में झमाझम बारिश हो रही है. मौसम विभाग (IMD) ने कई राज्यों के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. कुछ राज्य सरकारों ने स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का फैसला लिया है. दिल्ली में भी भारी बारिश के बीच मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया था. तो वहीं सबसे ज्यादा हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर बरपा रहा है. हिमाचल में लगातार हो रही भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात बने हुए है. कई लोगों की मौतें भी हो चुकी है.तो वहीं राज्य में बारिश से करोड़ों का नुकसान भी हुआ है. वहीं भारी बारिश को लेकर एक बार फिर अलर्ट जारी कर दिया गया है। मौसम विभाग का मानना है कि 14 से 16 जुलाई के बीच भारी बारिश हो सकती है। हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन (जून से सितंबर) में होने वाली कुल बारिश की करीब 30 फीसदी बारिश इस बार चार दिन में ही हो गई जोकि रिकॉर्ड के अनुसार अप्रत्याशित है। प्रदेश में 7 से 10 जुलाई के दौरान तीव्र मानसून की स्थिति बनी रही। इस अवधि के दौरान राज्य के अधिकांश हिस्सों में बहुत भारी से अत्यधिक भारी बारिश हुई।
अब तक इतने लोगों की हुई मौत-
हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा से अब तक 98 लोगों की जान जा चुकी है। बुधवार को मलबे में दबे 6 लोगों के शव निकाले गए। एक दिन पहले तक मृतकों की संख्या 92 थी, जोकि बढ़कर 98 पहुंच गई है। चौथे दिन भी राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है और 16 लोगों की अभी तक तलाश जारी है। समूचा प्रशासन राहत कार्यों में लगा हुआ है।
2800 पेयजल योजनाएं बहाल-
वर्षा से हुई तबाही के चलते प्रदेश के कई जिलों चंबा, मंडी, कांगड़ा, शिमला सहित अन्य स्थानों पर 3737 पेयजल योजनाएं बहाल करने में लगे कर्मचारियों के प्रयासों से 2800 योजनाओं को शुरू करने से पेयजल की स्थिति में सुधार आया है। इसके साथ-साथ सिंचाई की 994 योजनाएं ठप हो गई हैं।
कई पशुओं की भी मौत-
भारी बारिश के कारण सैकड़ों जानवरों की भी मौत हो गई है. राज्य सरकार के एक आंकड़े के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में तबाही की बारिश के कारण राज्य में जहां 98 लोगों की जान चली गई है, और कई लोग लापता बताए जा रहे हैं तो वहीं 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं. वहीं राज्य भर में 492 जानवरों की भारी बारिश के कारण मौत हो चुकी है.
मौसम विभाग का पूर्वानुमान-
मौसम विभाग की ओर से 14 से 16 जुलाई तक भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, बुधवार को प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की वर्षा हुई। मौसम विभाग के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल का कहना है कि 15 जुलाई से दो दिन तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश होगी।
बारिश से प्रदेश भर में 1299 सड़कें बंद-
हिमाचल प्रदेश डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के मुताबिक मंगलवार शाम तक प्रदेश भर में 1299 सड़कें बंद हैं. इसके अलावा नेशनल हाईवे 21 मंडी-कुल्लू, नेशनल हाईवे 505 ग्राम फू-लोसर, नेशनल हाईवे 03 कुल्लू-मनाली और नेशनल हाईवे 707 शिलाई पर आवाजाही ठप हो गई है. भारी बारिश के कारण हिमाचल सड़क परिवहन निगम के 876 बस मार्ग प्रभावित हैं. वहीं 403 बसें कई जगहों पर फंस गई हैं.
’12 घंटे में बहाल करेंगे 700 सड़कें’-
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वर्षा, बाढ़ और भूस्खलन बाधित सड़क मार्गों को बहाल करने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। मौसम अगर अनुकूल रहा तो अगले 12 घंटे में 700 सड़कें बहाल कर ली जाएंगी। बारिश और बाढ़ से प्रदेश में 1299 सड़कें अवरुद्ध हुई हैं। इसके अलावा नेशनल हाईवे 21 मंडी-कुल्लू, नेशनल हाईवे 505 ग्राम फू-लोसर, नेशनल हाईवे 03 कुल्लू-मनाली और नेशनल हाईवे 707 शिलाई पर आवाजाही ठप हो गई है. भारी बारिश के कारण हिमाचल सड़क परिवहन निगम के 876 बस मार्ग प्रभावित हैं. वहीं 403 बसें कई जगहों पर फंस गई हैं. सड़कों को खोलने का काम तेज गति से किया जा रहा है। प्रदेश में लोक निर्माण विभाग को करीब 13 सौ करोड़ के नुकसान का अनुमान है।
4,680 परियोजनाएं हुई क्षतिग्रस्त-
पिछले एक सप्ताह से हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी बारिश के कारण पूरे प्रदेश में सामान्य जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है तथा प्रदेश को करोड़ों रुपए की क्षति हुई है उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया की केवल जल शक्ति विभाग में ही 4680 योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं, जिससे प्रदेश को 323.30 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। प्रदेश में करीब 2500 ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं. इनमें ऊना जिला की 257 क्षतिग्रस्त योजनाएं भी शामिल है जहां पर लगभग 20 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
‘राष्ट्रीय आपदा घोषित करे सरकार’-
सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तत्परता के साथ लोगों को राहत प्रदान करने में जुटी है। सरकार मजबूती से बाढ़ प्रभावितों के साथ खड़ी है। उन्होंने केंद्र सरकार से प्रदेश को तुरंत राहत पैकेज जारी करने की मांग के साथ हिमाचल में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का आग्रह किया।
प्रदेश में फिर से भारी बारिश का अलर्ट-
हिमाचल प्रदेश में फिर भारी बारिश का अलर्ट जारी हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से प्रदेश के कई भागों में 15 व 16 जुलाई को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। राज्य के कई भागों में 18 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। वहीं, राजधानी शिमला में आज हल्की धूप खिलने के साथ बादल छाए हुए हैं। धौला कुआं में 144.5, रेणुका जी 87.0, रिकांगपिओ 42 और कोटखाई में 30.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
किन्नौर के सांगला में फंसे 95 पर्यटकों को किया रेस्क्यू-